आरएसएस की बैठक में अमित शाह को मिली सबसे पीछे की कुर्सी
मथुरा में आयोजित आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सबसे पीछे की कुर्सी मिली. बैठक के लिए हॉल में 200 कुर्सियां लगायी गयी थी और कार्यक्रम में कुल 190 प्रचारक शामिल हुए थे. मंच पर दो कुर्सियां थी जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और दूसरे में कार्यवाहक भैयाजी जोशी बैठे थे. अमित शाह छठी लाइन की आखिरी सीट पर थे. उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल भी बैठे थे. अमित शाह के पीछे की कुर्सी पर बैठने को लेकर संघ के प्रचारक कुछ नहीं बोल रहे हैं. बताया जा रहा है कि संघ की मीटिंग में प्रचारकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, इसलिए आगे की सीट पर प्रचारकों को स्थान मिला.
चुनाव और देश की आंतरिक सुरक्षा पर हो रही चर्चा
रविवार तक होने वाली इस बैठक में देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था, लोकसभा चुनाव और पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर चर्चा हो रही है. गौरतलब है कि राजनैतिक अनुकूलता के इस दौर में संघ प्रखर राष्ट्रवाद के अपने एजेंडे पर तेजी से आगे बढ़ना चाहता है. समन्वय बैठक के जरिए इस एजेंडे को धार देने की तैयारी है. व्यूह रचना इस ढंग से की जा रही है कि संघ के साथ इसका लाभ 2019 में भाजपा को मिले.
योगी आदित्यनाथ पहुंचे, राजनाथ का प्रोग्राम कैंसिल
तीन दिवसीय समन्वय बैठक में शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल हुए. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी बैठक में आना था, लेकिन उनका कार्यक्रम किसी कारणवश रद्द हो गया.