बाइक देने के नाम पर फंसाया और ऑनलाइन किस्तों में लेेते रहे रकम
आइआइटी (आइएसएम) के छात्र अंकित अग्रवाल से पुरस्कार में बाइक देने के नाम पर 52 हजार आठ सौ रुपये की ठगी कर ली गयी है. छात्र ने भुगतान लेने वाले एप, फोन करने वाले मोबाइलधारक और वेबसाइट के खिलाफ धनबाद थाना में एफआइआर दर्ज करायी है.
अंकित को एक सितंबर को कॉल आया कि संबंधित साइट पर 1499 रुपये की खरीदारी करने पर उनका नाम लाइव इंडिया कांटेस्ट में जोड़ दिया जायेगा. एक निश्चित राशि पुरस्कार में मिलेगी. अंकित ने जूता व वॉलेट खरीदे. संबंधित नंबर से दो सितंबर को कॉल आया कि आपका रैंक दूसरा है. पहला स्थान प्राप्त करने के लिए 30 हजार रुपये भुगतान करना होगा. कुल 30 हजार में से 12 हजार पांच सौ रुपये भुगतान करने को कहा गया. शेष 17 हजार पांच सौ रुपये कंपनी द्वारा भुगतान करने की बात कही गयी. छात्र ने पांच सितंबर को एप से राशि का भुगतान कर दिया. भुगतान के बाद कॉल आया कि आपका रैंक पहला हो गया है. कॉल कर छात्र को कहा गया कि आपको एक बाइक मिलेगी. इसके लिए अतिरिक्त 22 हजार पांच सौ रुपये का भुगतान करना होगा. संबंधित राशि भी एप के माध्यम से भुगतान कर दी गयी.
कंपनी की ओर से छात्र को कहा गया कि आपकी जो भी राशि ली गयी है वह रिफंड हो जायेगी. कॉल आने पर 30 हजार रुपये के भुगतान होने की बात बोलना है. छात्र को आठ सितंबर को कॉल कर कहा गया कि भुगतान सही तरीके से नहीं हुआ है. जमा की गयी राशि व पुरस्कार के एवज में इलेक्ट्रॉनिक सामान मिलेगा. प्रथम स्थान के पुरस्कार के लिए 17 हजार पांच सौ रुपये का फिर भुगतान कराया गया. कहा गया कि भुगतान की गयी 52 हजार आठ सौ व बाइक की राशि एक लाख 90 हजार रुपये बैंक खाते में भेज दी जायेगी. इसके लिए दोनों राशि का 12.5 प्रतिशत भुगतान करने को कहा गया. छात्र ने अब भुगतान करने में असमर्थता जतायी. छात्र ने कंपनी से अपनी राशि व बाइक देने को कहा तो टाल-मटोल किया जाने लगा. अंतत: छात्र ने पुलिस की शरण ली.