ओएनजीसी के प्रबंध निदेशक ने आइआइटी आइएसएम का किया निरीक्षण, बोले
ओएनजीसी के प्रबंध निदेशक एनके वर्मा ने ऊर्जा के सस्ते स्रोत के प्रति आकर्षण बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत कम होते जा रहे हैं. श्री वर्मा सोमवार को यहां आइआइटी आइएसएम के निरीक्षण के दौरान संस्थान के गोल्डेन जुबली हॉल में स्कॉलर तथा फैकल्टी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि विश्व में सस्ते ऊर्जा स्रोत की लगातार कमी चिंता का विषय है. इस पर काबू पाने के लिए समय रहते सजग होना जरूरी है. उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा सहज स्रोत है. यह आर्थिक रूप से भी फायदेमंद है. मौके पर आइआइटी आइएसएम में एकेडमिक तथा रिसर्च के क्षेत्र में चल रहे कार्यों पर चर्चा हुई. बताया गया कि यहां क्लीन कोल एनर्जी टेक्नोलॉजी व ग्रीन माइनिंग जैसी तकनीक पर काम चल रहा है. विदेश की विभिन्न तकनीकी संस्थान व विश्वविद्यालयों ने इस संस्थान के साथ मिलकर संयुक्त रूप से काम करने की न केवल इच्छा जतायी है, बल्कि कई बिंदुओं पर काम भी कर रहे हैं.
स्टूडेंट्स इंटरेक्शन : शाम चार बजे स्टूडेंट्स इंटरेक्शन के दौरान पेनमैन हॉल में निदेशक प्रो. डीसी पाणिग्रही, सभी ब्रांच के सीनियर फैकल्टी, विभागाध्यक्ष, डीन सहित बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स मौजूद थे. इस दौरान प्रबंध निदेशक एनके वर्मा ने ऊर्जा की सुरक्षा, इसमें ओएनजीसी की भूमिका समेत अन्य कदमों के बारे में बताया. वहीं इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन के तहत कई बिंदुओं पर चर्चा की गयी. आज श्री वर्मा ने यहां विभिन्न विभागों और लैब का निरीक्षण कर कई जानकारियां ली. अंत में शाम सात बजे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.