सावधान….
अगस्त को अपने पद से रिटायर हुए केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा है कि भारत में स्मार्ट फोन के जरीये कुछ एप इस्तेमाल करने वाले 40 प्रतिशत लोगों का डेटा दूसरे देशों के पास जा रहा है. इतना ही नहीं कुछ डाटा अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के पास भी पहुंच रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, महर्षि ने 21 जुलाई को यह बयान दिया था. उनसे एक संसदीय पैनल ने उनसे पूछा था कि विभिन्न सेवाओं को आधार से लिंक करने पर किसी की गोपनीयता को क्या खतरा हो सकता है. उन्होंने अपना जवाब पी चिदंबरम के नेतृत्व में गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति को दिया था.
स्मार्टफोन के जरिये हो रही चोरी
साथ ही पूर्व सचिव ने कहा कि स्मार्ट फोन के जरिए बहुत सारे लोगों का बायोमेट्रिक और फिंगर प्रिंट जमा किया जा रहा है, जिससे उनकी निजी और गोपनीय चीजें सुरक्षित नहीं रह जा रही है. स्मार्टफोन के जरिये लोगों के आने जाने पर भी निगरानी रखी जा रही है. आज कल सभी लोग स्मार्टफोन इस्तमाल कर रहे है. अगर सभी भारतीय स्मार्टफोन का इस्तमाल करने लग गए तो उनकी सभी पर्सनल जानकारी खुफिया एजेंसी के पास पहुंच सकती है. इसलिए अगर इससे बचना है तो बहुत से एेप के इस्तमाल से बचना होगा.
चिंताजनक है फोन की ट्रैकिंग
यह बात काफी ज्यादा चिंताजनक है कि प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के पास लोगों का डेटा जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि हो सकता है कि लोगों का डेटा चोरी भी किया जा रहा हो. जिस तरह से फोन के डाटा की ट्रैकिंग चल रही है उसके जरिये ड्रोन हमलों को अंजाम दिया जा सकता है.