द वायर पर छपी एक खबर के बाद भाजपा खेमे में खलबली मच गई है. खबर है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की संपत्ति में महज तीन साल में 16 हजार गुना के वृद्धि हुई है. जहां एक तरफ घाटे में चल रही छोटी सी कंपनी को असुरक्षित लोन देने का मामला मुद्दा बन गया है वहीँ कम्पनी का अचानक से बंद हो जाना भी रहस्यमयी है. कांग्रेस ने भाजपा को इस मामले में घेर लिया है. अमित शाह नहीं बल्कि भाजपा के नेता शाह परिवार के बचाव में उतर आये हैं. खबर छापने वाली वेबसाइट thewire.com को मुकदमे की धमकी भी दी गई है.
अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह की संपत्ति में 16000 गुना की वृद्धि हुई है जब से मोदी पीएम और अमित शाह भाजपा अध्यक्ष बने हैं. रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनी से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर द वायर ने इस पर विस्तृत रिपोर्ट छापी है. शाह की टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड जो वर्ष 2013 और 2014 में क्रमशः 6230 और 1724 रुपये घाटे में चल रही थी, के मुनाफे में अचानक वृद्धि शुरू हो गई. वर्ष 2014-15 में मुनाफा 18,728 रुपये बताया गया. अगले हि वर्ष 2015-16 में कंपनी का टर्नओवर 80.5 करोड़ हो गया. यह अप्रत्याशित वृद्धि चौकाने वाली है.
मुनाफा कैसे शुरू हुआ
दरअसल, कंपनी को राजेश खांडवाला की फाइनेंसियल फर्म KIFS Financial Services से 15.78 करोड़ का असुरक्षित लोन मिला. खंडेलवाल राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी के समधी हैं. असुरक्षित लोन का मतलब होता है कि बिना किसी मोर्गेज के लोन Sanction होना. हालांकि KIFS Financial Services सरकारी फर्म नहीं है, फिर भी लोन के संबंध में RBI के नियमों का पालन करना उसकी जिम्मेदारी थी.
पारिवारिक संबंध में लोन मिला
2004 में टेम्पल इंटरप्राइजेज कंपनी स्थापित हुई थी. जय शाह और जितेन्द्र शाह इसके डायरेक्टर थे. अमित शाह की पत्नी सोनल शाह की भी इसमें भागीदारी थी. मुनाफे में हुए लगातार वृद्धि का कारण उत्पादों की बिक्री को बताया गया. इसमें 51 करोड़ विदेशी आमदनी है जो कि गत वर्ष शून्य थी. ज्ञात हो कि KIFS Financial Services के प्रमुख का पारिवारिक संबंध अमित शाह के परिवार के साथ है.
घाटे में चल रही कंपनी को Insecured Loan
सवाल उठाया गया है कि इसी वजह से एक घाटे में चल रही कंपनी को बिना किसी एसेट के ही Insecured Loan दे दिया गया. द वायर की रिपोर्ट में दर्ज है कि 2013-14 में टेम्पल एंटरप्राइज़ के पास कोई निश्चित एसेट नहीं थी. साथ ही स्टॉक भी नगण्य थी. 5,796 रूपए का आयकर रिफंड भी प्राप्त किया. वित्त वर्ष 2014-15 में कंपनी ने 50,000 रुपये राजस्व कमाया.
2015-16 में कंपनी का राजस्व बढ़कर 80.5 करोड़ रुपये हो गया. यानी 16 लाख प्रतिशत की वृद्धि. इसी दौरान रिजर्व और सरप्लस 19 लाख से बढ़कर 80.2 लाख रुपये हो गया. कंपनी के मुनाफे में आने बाद रहस्यमयी ढंग से कंपनी बंद भी कर दी गई. इसके पीछे के कारण के जवाब में बताया गया कि कंपनी घाटे में जा रही थी जो कि रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनी के दस्तावेजों के ठीक उलट तर्क है.
भाजपा उतरी शाह परिवार के पक्ष में
इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने भी भाजपा पर हमला बोल दिया है. अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह की कंपनी के टर्नओवर में बेतहासा वृद्धि ने विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है. कांग्रेस ने पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर बड़ा हमला किया है. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि “ऐसा लगता है कि 2014 में सरकार बदलने के साथ अमित शाह के बेटे की किस्मत भी बदल गई है.”
100 करोड़ के मुकदमे की धमकी
दूसरी तरफ भाजपा भी अमित शाह परिवार के पक्ष में आ गई है. पीयूष गोयल ने इन आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि अमित शाह की कंपनी द्वारा जो लोन लिया गया, वह पैसा ब्याज समेत टीडीएस काटकर चुकाया जा चुका है. ऐसी मनगढ़ंत स्टोटी छापने वाली वेबसाइट पर वे 100 करोड़ की मानहानि का आपराधिक केस दायर करेंगे. अमित शाह की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई है.