सपा के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को लगातार दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है. आज निर्वाचन की घोषणा होने के बाद अपने पहले संबोधन में सपा अध्यक्ष ने कहा, भाजपा के ‘पहाड़ जैसे झूठ’ का पर्दाफाश करके वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को बड़ी ताकत के साथ आगे लाने ले जाना है. बता दें कि इस कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव नहीं आये. अखिलेश के अनुसार उनसे कई बार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा गया लेकिन वह नहीं आये हालांकि उन्होंने फोन पर हमें अपना आर्शीवाद दिया है.
लगातार दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष चुने गये अखिलेश
सपा के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को लगातार दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है. आज निर्वाचन की घोषणा होने के बाद अपने पहले संबोधन में सपा अध्यक्ष ने कहा, आज देश के जो हालात हैं, वह किसी से छुपे नहीं हैं. आज ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश का किसान संकट में है. भाजपा के लोगों ने प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन जो कर्ज माफ होना चाहिये, वह नहीं हुआ.
जीएसटी की व्यवस्था से संकट में आ गये हैं उद्योग और व्यापारी
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से जीएसटी की व्यवस्था बनायी गयी है, उससे बड़े पैमाने पर उद्योग और व्यापारी संकट में आ गये हैं. नोटबंदी से जो व्यापार रुका था वह जीएसटी के कारण बंद हो गया. इन दोनों ने मिलकर नौजवानों का रोजगार छीन लिया है.
बड़ी ताकत से लोकसभा में पहुंचे सपा
अखिलेश ने कहा, हम समाजवादी लोगों को संकल्प लेना होगा कि हम उनके पहाड़ जैसे झूठ का पर्दाफाश करेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा जितनी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, उसका झूठ भी उतने ही बड़े पहाड़ जैसा है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा उत्तर प्रदेश और अपनी मौजूदगी वाले अन्य राज्यों में बड़ी ताकत से लोकसभा में पहुंचे.
अधिवेशन में मुलायम ने शिरकत नहीं की, फोन पर दिया आर्शीवाद
उन्होंने कहा, हमने नेताजी (मुलायम) से भी कहा था कि आज सम्मेलन होने जा रहा है, अगर आप आएंगे तो हम सभी को बहुत अच्छा लगेगा. मैंने उनसे कल भी बात की. सम्मेलन में आने से पहले भी बात की और कहा कि सम्मेलन बहुत बड़ा होगा लेकिन अगर आपका आशीर्वाद नहीं होगा तो पार्टी आगे नहीं बढ़ेगी. इस पर नेताजी ने हम सबको फोन पर आशीर्वाद दिया है. मालूम हो कि सपा के इस अधिवेशन में मुलायम ने शिरकत नहीं की है.